ज्योतिष समाधान

Friday, 9 February 2018

| प्रश्न कुंडली के आधार पर विवाह सम्बंधित प्रश्न तात्कालिक कुण्डली में यदि चन्द्रमा १०,११,३,७,५ भाव में स्थित हो, तो शादी होती है

| प्रश्न कुंडली के आधार पर विवाह सम्बंधित प्रश्न तात्कालिक कुण्डली में यदि चन्द्रमा १०,११,३,७,५ भाव में स्थित हो, तो शादी होती है

किन्तु यदि चन्द्रमा को इन स्थानों में गुरु देखता हो, तो अतिशीघ्र विवाह होगा| २,४,७ तीनों में से कोई एक लग्न हो,

शुभ ग्रह लग्न में स्थित हो या शुभ ग्रह से दृष्ट हो, तो शीघ्र विवाह होगा| यदि लग्न पाप ग्रहों का हो, पाप ग्रह लग्न में हो, सप्तम भी पीड़ित हो, युत या दृष्ट से शत्रु ग्रही हो, तो विवाह नहीं होगा

अर्थात तत्काल शादी का योग नहीं है| विवाह योग यदि चन्द्रमा लग्न में हो, सप्तम में मंगल हो, षष्ट भाव व अष्टम भाव में पाप ग्रह हो तो ऐसे योग में विवाह असफल होता है|

यदि चन्द्रमा प्रश्न लग्न में ३,५,६,७,११ भाव में स्थित हो तथा गुरु, रवि, बुध से देखा जाता हो तब विवाह होता है|

प्रश्न लग्न में केंद्र स्थान १,४,७,१० तथा त्रिकोण स्थान ५,९ इन भावों शुभ ग्रह हो तो भी विवाह योग बनाता है|

वर एवं कन्या के विवाह का प्रश्न कन्या पक्ष :

प्रश्न कुण्डली में यदि चन्द्र व शुक्र विषम राशि में स्थित हो और दोनों ही विषम नवमांश में भी हो, तो शीघ्र ही कन्या को वर मिलता है|

वर पक्ष : यदि सम राशि में चन्द्र व शुक्र हो सम नवमांश में भी हो तो वर को शीघ्र ही कन्या मिलेगी| भाव फल जो-जो भाव अपने स्वामी से दृष्ट हो या शुभ ग्रहों से दृष्ट हों उस भाव की वृद्धि होती है, बाकी भाव में पाप ग्रह हो या पाप ग्रह से दृष्ट हो तो उस भाव का हानि होगा| प्रश्न कुण्डली तथा लग्न कुण्डली दोनों में इसका विचार करना चाहिए|

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