कहते हैं भगवान शिव, इन 4 लोगों की बातों पर कभी न दें ध्यान
रामचरित मानस भगवान श्रीराम की भक्ति का संदेश देने वाला पवित्र ग्रंथ है।
यह भक्ति के साथ नीति, धर्म, सदाचार और जीवन के लिए उपयोगी शिक्षा का भी संग्रह भी है। इसमें शिव-पार्वती के एक प्रसंग में मनुष्य को शिक्षा दी गई है कि उसे किन लोगों की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
आप भी जानिए शिव की यह अनमोल शिक्षा। जरूर पढ़िए-
1. जो मनुष्य नशे का दास है उसका विनाश निश्चित है। जिसके मन-मस्तिष्क पर मदिरा, गांजा, भांग या अन्य किसी व्यसन का प्रभाव है, उसके साथ वार्तालाप और तर्क-वितर्क नहीं करना चाहिए। बेहतर होगा कि स्वयं भी ऐसी बुरी आदतों से दूर रहें और उसकी बातों पर ध्यान न दें।
2. अहंकारी व्यक्ति को सदैव स्वयं के सम्मान की इच्छा होती है। इसके लिए वह दूसरों का अपमान करने से भी नहीं हिचकता। रामचरित मानस में कहा गया है कि अहंकारी लोगों से तर्क नहीं करना चाहिए और उनकी बातों पर भी ध्यान न दें। इनके साथ रहने से कष्ट और अपमान मिलते हैं। ये भी पढ़िए- त्वचा के रंग से भी जान सकते हैं गर्लफ्रेंड के मन की ये बात
3. जो उदर वायु यानी पेट में गैस और दर्द जैसी व्याधियों से परेशान है उसमें सोचने-समझने और विवेक की कमी हो जाती है। ऐसी पीड़ादायक स्थिति में वह शब्दों का उचित चयन नहीं कर सकता। अतः ऐसे लोगों की बातों का बुरा नहीं मानना चाहिए।
4. इसी प्रकार जिसमें सोचने-समझने की शक्ति नहीं है, जिसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है, उसकी बातों पर भी ध्यान नहीं देना चाहिए। वह दुर्वचन बोले तो भी उसकी स्थिति पर दया कर उसे क्षमा कर देना चाहिए।
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