- दिगम्बर: ऊं दिगंबराय नमः।
- अष्टमूर्ति: ऊं अष्टमूर्तये नमः।
- अनेकात्मा: ऊं अनेकात्मने नमः।
- सात्विक: ऊं सात्विकाय नमः।
- शुद्धविग्रह: ऊं शुद्धविग्रहाय नमः।
- शाश्वत: ऊं शाश्वताय नमः।
- खण्डपरशु: ऊं खण्डपरशवे नमः।
- अज: ऊं अजाय नमः।
- पाशविमोचन: ऊं पाशविमोचकाय नमः।
- मृड: ऊं मृडाय नमः।
- देव: ऊं देवाय नमः।
- अव्यय: ऊं अव्ययाय नमः।
- हरि: ऊं हरये नमः।
- भगनेत्रभिद्: ऊं भगनेत्रभिदे नमः।
- अव्यक्त: ऊं अव्यक्ताय नमः।
- दक्षाध्वरहर: ऊं दक्षाध्वरहराय नमः।
- हर: ऊं हराय नमः।
- पूषदन्तभित्: ऊं पूषदन्तभिदे नमः।
- अव्यग्र: ऊं अव्यग्राय नमः।
- सहस्राक्ष: ऊं सहस्राक्षाय नमः।
- सहस्रपाद: ऊं सहस्रपदे नमः।
- अपवर्गप्रद: ऊं अपवर्गप्रदाय नमः।
- अनन्त: ऊं अनन्ताय नमः।
- तारक: ऊं तारकाय नमः।
- परमेश्वर: ऊं परमेश्वराय नमः।
- त्रिलोकेश: ऊं त्रिलोकेशाय नमः।
- शितिकण्ठ: ऊं शितिकण्ठाय नमः।
- शिवाप्रिय: ऊं शिवा प्रियाय नमः।
- कपाली: ऊं कपालिने नमः।
- कामारी: ऊं कामारये नमः।
- अंधकारसुरसूदन: ऊं अन्धकासुरसूदनाय नमः।
- गंगाधर: ऊं गंगाधराय नमः।
- ललाटाक्ष: ऊं ललाटाक्षाय नमः।
- कालकाल: ऊं कालकालाय नमः।
- कृपानिधि: ऊं कृपानिधये नमः।
- परशुहस्त: ऊं परशुहस्ताय नमः।
- मृगपाणि: ऊं मृगपाणये नमः।
- जटाधर: ऊं जटाधराय नमः।
- कैलाशी: ऊं कैलाशवासिने नमः।
- कवची: ऊं कवचिने नमः।
- कठोर: ऊं कठोराय नमः।
- त्रिपुरान्तक: ऊं त्रिपुरान्तकाय नमः।
- वृषांक: ऊं वृषांकाय नमः।
- वृषभारूढ़: ऊं वृषभारूढाय नमः।
- भस्मोद्धूलितविग्रह: ऊं भस्मोद्धूलितविग्रहाय नमः।
- सामप्रिय: ऊं सामप्रियाय नमः।
- स्वरमयी: ऊं स्वरमयाय नमः।
- त्रयीमूर्ति: ऊं त्रयीमूर्तये नमः।
- अनीश्वर: ऊं अनीश्वराय नमः।
- सर्वज्ञ: ऊं सर्वज्ञाय नमः।
- परमात्मा: ऊं परमात्मने नमः।
- सोमसूर्याग्निलोचन: ऊं सोमसूर्याग्निलोचनाय नमः।
- हवि: ऊं हविषे नमः।
- यज्ञमय: ऊं यज्ञमयाय नमः।
- सोम: ऊं सोमाय नमः।
- पंचवक्त्र: ऊं पंचवक्त्राय नमः।
- सदाशिव: ऊं सदाशिवाय नमः।
- विश्वेश्वर: ऊं विश्वेश्वराय नमः।
- वीरभद्र: ऊं वीरभद्राय नमः।
- गणनाथ: ऊं गणनाथाय नमः।
- प्रजापति: ऊं प्रजापतये नमः।
- हिरण्यरेता: ऊं हिरण्यरेतसे नमः।
- दुर्धर्ष: ऊं दुर्धर्षाय नमः।
- गिरीश: ऊं गिरीशाय नमः।
- अनघ: ऊं अनघाय नमः।
- भुजंगभूषण: ऊं भुजंगभूषणाय नमः।
- भर्ग: ऊं भर्गाय नमः।
- गिरिधन्वा: ऊं गिरिधन्वने नमः।
- गिरिप्रिय: ऊं गिरिप्रियाय नमः।
- कृत्तिवासा: ऊं कृत्तिवाससे नमः।
- पुराराति: ऊं पुरारातये नमः।
- भगवान्: ऊं भगवते नमः।
- प्रमथाधिप: ऊं प्रमथाधिपाय नमः।
- मृत्युंजय: ऊं मृत्युंजयाय नमः।
- सूक्ष्मतनु: ऊं सूक्ष्मतनवे नमः।
- जगद्व्यापी: ऊं जगद्व्यापिने नमः।
- जगद्गुरू: ऊं जगद्गुरुवे नमः।
- व्योमकेश: ऊं व्योमकेशाय नमः।
- महासेनजनक: ऊं महासेनजनकाय नमः।
- चारुविक्रम: ऊं चारुविक्रमाय नमः।
- भूतपति: ऊं भूतपतये नमः।
- स्थाणु: ऊं स्थाणवे नमः।
- अहिर्बुध्न्य: ऊं अहिर्बुध्न्याय नमः।
- दिगम्बर: ऊं दिगंबराय नमः।
- अष्टमूर्ति: ऊं अष्टमूर्तये नमः।
- ष्टमूर्ति: ऊं अष्टमूर्तये नमः।
- अनेकात्मा: ऊं अनेकात्मने नमः।
- सात्विक: ऊं सात्विकाय नमः।
- शुद्धविग्रह: ऊं शुद्धविग्रहाय नमः।
- शाश्वत: ऊं शाश्वताय नमः।
- खण्डपरशु: ऊं खण्डपरशवे नमः।
- अज: ऊं अजाय नमः।
- पाशविमोचन: ऊं पाशविमोचकाय नमः।
- मृड: ऊं मृडाय नमः।
- देव: ऊं देवाय नमः।
- अव्यय: ऊं अव्ययाय नमः।
- हरि: ऊं हरये नमः।
- भगनेत्रभिद्: ऊं भगनेत्रभिदे नमः।
- अव्यक्त: ऊं अव्यक्ताय नमः।
- दक्षाध्वरहर: ऊं दक्षाध्वरहराय नमः।
- हर: ऊं हराय नमः।
- पूषदन्तभित्: ऊं पूषदन्तभिदे नमः।
- अव्यग्र: ऊं अव्यग्राय नमः।
- सहस्राक्ष: ऊं सहस्राक्षाय नमः।
- सहस्रपाद: ऊं सहस्रपदे नमः।
- अपवर्गप्रद: ऊं अपवर्गप्रदाय नमः।
- अनन्त: ऊं अनन्ताय नमः।
- तारक: ऊं तारकाय नमः।
- परमेश्वर: ऊं परमेश्वराय नमः।
ज्योतिष समाधान
Friday, 2 August 2024
शिव जी के 108नाम
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment