ज्योतिष समाधान

Thursday, 13 July 2017

नमामि चित्त रंजनं महेश कष्ट भंजनं | अपार मोद दायकं पिशाच भूत नायकं || किशोर चन्द्र भाल है गले भुजंग माल है | विदेह देह मान हो अरूप रूप वान हो ||1

नमामि चित्त रंजनं महेश कष्ट भंजनं |

अपार मोद दायकं पिशाच भूत नायकं ||

किशोर चन्द्र भाल है गले भुजंग माल है |
विदेह देह मान हो अरूप रूप वान हो ||1||

भुजंग राज हारकं कपाल गंग धारकं |
मनोज मान जारकं समस्त लोक तारकं ||

प्रणाम नाथ आपको हरो समस्त ताप को |
अनूप कीर्ति आपकी महेश नाम जाप की ||2||

सदा रहो सहायकं समस्त लोक नायकं |
नमो महेश पालकं प्रदात भक्ति बालकं ||

अपार शील वान हो अमोघ देत दान हो |
उमेश आप ही सदा सहाय भक्त सर्वदा ||3|

रमेश ब्रह्म सेवितं मुनीन्द्र देव पूजितं |
करे हंमेश वंदना गणेश शैल नंदना ||

भजे सदा कुमार हैं गणादि बेशुमार हैं |
पुकार कान दीजिए उबार आप लीजिए ||4||

अनंत शोक टालते न लोक शूल सालते |
सदा ज भक्त तारते कराल काल मारते ||

अमोघ नाम ढाल है जहाँ अशक्त काल है |
प्रभो प्रताप पालिए हरेक कष्ट टालिए ||5||

दयालु चित्त धारिए दया करो उबारिए ||
तरे अनेक पातकी अपार कीर्ति आपकी |

उबार नाथ लीजिये दया उमेश कीजिये |
नमामि काम जीत को, रखे पाल प्रीत को ||6||

करो दया ज दीन हूँ सदैव ही अधीन हूँ |
न और अन्य ठाँव हैं पड़े सदैव पाँव हैं ||

प्रणाम नाथ लीजिए हमेश भक्ति दीजिए |
जपे हमेश नाम को लभे तुहीज धाम को ||7|

| प्रणाम भूतनाथ को प्रणाम लोकनाथ को |
नमो नमो मखारि को नमो नमो पुरारि को |
प्रणाम बार बार है उमेद की पुकार है ||
हमेश हाथ माथ हो सदैव नाथ साथ हो ||8||
शेष शारदा अज हरी, यक्ष गणेश अरु देव
| नर गन्धर्व किन्नर मुनि, सदा करे हैं सेव |
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