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Thursday, 20 April 2017

चैत्र नवरात्रि मुहूर्त 28 मार्च 2017 मंगलवार लिंक ओपन करे घटस्थापना २८वाँ मार्च २०१७ (मंगलवार)

चैत्र नवरात्रि मुहूर्त 28 मार्च 2017 मंगलवार लिंक ओपन करे
घटस्थापना २८वाँ मार्च २०१७ (मंगलवार)

चैत्र नवरात्रि घटस्थापना पूजन चैत्र नवरात्रि घटस्थापना

घटस्थापना मुहूर्त = ०८:२६ से १०:२४

अवधि = १ घण्टा ५७ मिनट्स

प्रतिपदा तिथि क्षय होने के कारण घटस्थापना मुहूर्त अमावस्या तिथि के दिन निर्धारित किया गया है।

प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ = २८/मार्च/२०१७ को ०८:२६ बजे

प्रतिपदा तिथि समाप्त = २९/मार्च/२०१७ को ०५:४४ बजे

चैत्र घटस्थापना पूजा के दिन का पञ्चाङ्ग चैत्र घटस्थापना पूजा के दिन का अभिजीत मुहूर्त चैत्र घटस्थापना पूजा के दिन का चौघड़िया मुहूर्त

। २०१७ चैत्र नवरात्रि घटस्थापना शरद नवरात्रि के दौरान किये जाने वाले सभी अनुष्ठानों को चैत्र नवरात्रि के दौरान भी किया जाता है।

घटस्थापना मुहूर्त और सन्धि पूजा मुहूर्त शरद नवरात्रि के दौरान अधिक लोकप्रिय हैं, लेकिन इन मुहूर्तों का चैत्र नवरात्रि के दौरान भी उतना ही महत्व होता है।

घटस्थापना नवरात्रि के दौरान महत्वपूर्ण कर्मकाण्डों में से एक है। इसी से नौ दिन के उत्सव की शुरुआत होती है। हमारे शास्त्रों में घटस्थापना के लिये नियमों और दिशा निर्देशों को अच्छी तरह से वर्णित किया गया है।

घटस्थापना कर नवरात्रि की शुरुआत एक निश्चित अवधि के दौरान मुहूर्त देख के ही की जानी चाहिये। घटस्थापना से भगवती दुर्गा का आवाहन कर पूजा के लिये निमन्त्रित किया जाता है और हिन्दु शास्त्रों के अनुसार गलत समय पर किया जाने वाला आवाहन देवी शक्ति का क्रोध और प्रकोप ला सकता है।

अतः घटस्थापना मुहूर्त का चयन अत्यधिक महत्तपूर्ण है।

घटस्थापना के लिये अमावस्या तिथि और रात्रि का समय निषिद्ध है।

घटस्थापना का मुहूर्त, प्रतिपदा तिथि में दिन के पहले एक तिहाई भाग में, सबसे उपयुक्त होता है।

कुछ कारणों की वजह से यदि मुहूर्त इस समय उपलब्ध नहीं है तो घटस्थापना अभिजीत मुहूर्त के दौरान की जा सकती है।

नवरात्रि घटस्थापना चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग के दौरान टालने की सलाह दी जाती है, लेकिन चित्रा नक्षत्र और वैधृति योग का निषिद्ध नहीं है।

घटस्थापना का मुहूर्त विचार करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारक प्रतिपदा तिथि और दोपहर से पहले का समय है।

इस पृष्ठ पर दिया गया मुहूर्त हिन्दु शास्त्रों के अनुसार निर्धारित है।

सभी मुहूर्तों के लिये स्थानीय समय डीएसटी समायोजित कर दिया जाता है।

घटस्थापना मुहूर्त की गणना स्थानीय सूर्योदय, सूर्यास्त और दोपहर के समय को देख कर की जाती है और इसीलिए सभी शहरों के लिये पृथक-पृथक होती है।

हम घटस्थापना के लिये चौघड़िया मुहूर्त लेने की सलाह नहीं देते हैं क्योंकि धार्मिक स्रोतों में इसका कोई प्रमाण नहीं मिलता है।

मीन लग्न, जो कि द्वि-स्वभाव लग्न है,

चैत्र नवरात्रि के दौरान प्रातःकाल के समय व्याप्त होती है।

यदि मीन लग्न के दौरान मुहूर्त निकलता है तो उसे
प्राथमिकता दी जाती है।

पंडित =
Bhubneshwar
Parnkuti guna
9893946810

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