नवरात्रि पूजन हवन सामग्री सहित
(पूजन समग्री कम और ज्यादा कर सकते है )
सम्पर्क सूत्र
gurudev : bhubneshwar
कस्तूरवानागर पर्णकुटी गुना
9893946810
(पूजन समग्री कम और ज्यादा कर सकते है ) इस सामान की मात्रा केवल अनुष्ठान के लिए अगर छोटा कार्यक्रम है तो सामान कम कर सकते है
कलश स्थापना और पूजा का समय भारतीय शास्त्रानुसार
नवरात्रि पूजन तथा कलशस्थापना
आश्विन शुक्ल प्रतिपदा के दिन सूर्योदय के पश्चात १० घड़ी तक
अथवा अभिजीत मुहूर्त में करना चाहिए।
निर्णयसिन्धु के अनुसार
— सम्पूर्णप्रतिपद्येव चित्रायुक्तायदा भवेत। वैधृत्यावापियुक्तास्यात्तदामध्यदिनेरावौ।।
अभिजितमुहुर्त्त यत्तत्र स्थापनमिष्यते।
अर्थात अभिजीत मुहूर्त में ही कलश स्थापना करना चाहिए।
भारतीय ज्योतिषशास्त्रियों के अनुसार नवरात्रि पूजन द्विस्वभाव लग्न में करना श्रेष्ठ होता है।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार
मिथुन,
कन्या,
धनु
तथा कुम्भ राशि द्विस्वभाव राशि है।
अतः हमें इसी लग्न में पूजा प्रारम्भ करनी चाहिए।
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1हल्दीः--------------------------50 ग्राम
२】कलावा(आंटी)-------------100 ग्राम
३】अगरबत्ती------------------- 3पैकिट
४】कपूर------------------------- 50 ग्राम ५】केसर------------------------- 1डिव्वि ६】चंदन पेस्ट ------------------ 50 ग्राम ७】यज्ञोपवीत ----------------- 11नग्
८】चावल------------------------ 15 किलो ९】अबीर-------------------------50 ग्राम १०】गुलाल, -----------------10 0ग्राम ११】अभ्रक-------------------
१२】सिंदूर --------------------100 ग्राम १३】रोली, --------------------100ग्राम १४】सुपारी, ( बड़ी)-------- 200 ग्राम
१५】नारियल ----------------- 15नग्
१६】सरसो----------------------50 ग्राम १७】पंच मेवा------------------500 ग्राम १८】शहद (मधु)--------------- 50 ग्राम १९】शकर-----------------------0 1किलो २०】घृत (शुद्ध घी)------------ 01किलो २१】इलायची (छोटी)-----------10ग्राम
२२】लौंग मौली-------------------10ग्राम २३】इत्र की शीशी----------------1 नग्
२४】रंग लाल----------------------10ग्राम २५】रंग काला --------------------10ग्राम २६】रंग हरा -----------------------10ग्राम २७】रंग पिला ---------------------10ग्राम २८】चंदन मूठा--------------------1 नग् २९】धुप बत्ती ---------------------2 पैकिट ============================= अगर दासविधि स्नान करना हो तो ये मिट्टी लाना है
३०】सप्तमृत्तिका
1】 हाथी के स्थान की मिट्टि-----------50ग्राम २】घोड़ा बांदने के स्थान की मिटटी--50ग्राम ३】बॉबी की मिटटी---------------------50ग्राम
४】दीमक की मिटटी-------------------50ग्राम ५】नदी संगम की मिटटी---------------50ग्राम ६】तालाब कीमिटटी-------------------50ग्रा ७】गौ शाला की मिटटी-----------------50ग्राम राज द्वार की मिटटी-----------------------50ग्राम दुर्गा प्रतिमाके लिए गंगा माटी ओर सोना गाची की मिट्टी ============================ अगर दासविधि स्नानं करना हो तो लआना है ३१】पंचगव्य
१】 गाय का गोबर -----------------50 ग्राम २】गौ मूत्र-----------------------------50ग्राम ३】गौ घृत------------------------------50ग्राम
4】गाय दूध----------------------------50ग्राम
५】गाय का दही ---------------------50ग्राम ============================= ३२】सप्त धान्य-कुलबजन--------100ग्राम
१】 जौ-----------
२】गेहूँ-
३】चावल-
४】तिल-
५】काँगनी-
६】उड़द-
७】मूँग ============================= ३३】कुशा
३४】दूर्वा
35】पुष्प कई प्रकार के
३६】गंगाजल
३७】ऋतुफल पांच प्रकार के -----1 किलो 38】पंच पल्लव
१】बड़,
२】 गूलर,
३】पीपल,
४】आम
५】पाकर के पत्ते) =============================
३९】बिल्वपत्र
४०】शमीपत्र
४१】सर्वऔषधि
४२】अर्पित करने हेतु पुरुष बस्त्र
४३】मता जी को अर्पित करने हेतु सौ भाग्यवस्त्र सौभाग्य सामग्री सहित भैरव के लिए किसी बालक को सुंदर बस्त्र एक 9 बर्ष की कन्या के लिए बस्त्र
44】जल कलश तांबे पीतल सहित7 पूजन थाली कटोरी लोटा सहित कलश मिट्टी के 5 ४५】 बस्त्र
१】सफेद कपड़ा दोमीटर)
२】लाल कपड़ा (2मीटर)
३】काला कपड़ा 2मीटर)
४】हरा कपड़ा 2मीटर) 0) पीला कपड़ा 2 मीटर ४६】पंच रत्न (सामर्थ्य अनुसार) सिक्का चाँदी का सप्तघृत मातृका के लिए
४७】दीपक
४८】तुलसी दल
♦️प्रथम दिन :
🌹नवरात्रि के पहले दिन शनिवार को माता शैलपुत्री का होगा। इस दिन गाय के दुध से बने हुए व्यंजनों का भोग लगेगा। माता की पूजा करने से मंगल ग्रह की शांति होगी।
♦️द्वितीया तिथि :
🌹रविवार को मां ब्रह्माचारिणी की अराधना होगी। इस दिन माता को शक्कर का भोग लगेगा। इस दिन माता की अराधना करने से गुरु ग्रह की शांति होगी।
♦️तृतीया तिथि :
🌹सोमवार को मां चंद्रघंटा की अराधना होगी। इस दिन माता को घी का भोग लगेगा। इस दिन माता पूजा करने से बुध ग्रह की शांति होगी।
♦️चतुर्थी तिथि :
🌹मंगलवार को मां कुष्मांडा का दिन है। इस दिन माता को मालपुआ का भोग लगेगा। इस दिन पूजा करने से शनि ग्रह की शांति होगी।
♦️पंचमी तिथि :
🌹बुधवार को मां स्कंदमाता का दिन है। इस दिन माता को केला भोग लगेगा। इस दिन पूजा करने से राहु ग्रह की शांति होगी।
♦️षष्ठी तिथि :
🌹गुरुवार को मां कात्यायनी का दिन है। इस दिन माता को शहद का भोग लगेगा। इस दिन पूजा करने से केतु ग्रह की शांति होगी।
♦️सप्तमी तिथि :
🌹शुक्रवार को मां कालरात्रि का दिन है। इस दिन माता को गुड़ का भोग लगाया जाएगा। इस दिन पूजा करने से शुक्र ग्रह की शांति होगी।
♦️अष्टमी तिथि :
🌹शनिवार को मां महागौरी का दिन है। इस दिन माता को नारियल का भोग लगेगा। इस दिन पूजा करने से सूर्य ग्रह की शांति होगी।
♦️नवमीं तिथि :
🌹रविवार को इस दिन सिद्धिदात्री का दिन होगा। इस दिन माता को धान की लाई का भोग लगेगा। इस दिन पूजा करने से चंद्र ग्रह की शांति होगी।×××××××××××××××××××××××××××××
संपर्क -
किसी भी प्रकार की पूजा
जैसे
- सतचण्डीपाठ , नवरात्रिपाठ , महामृत्यंजय , वास्तु पूजन, ग्रह प्रवेश , श्री मदभागवत कथा, श्री राम कथा , करवाने हेतु एबम ज्योतिष द्वारा समाधान,आदि की जानकारी के लिए ××××××××××××××××××××××××××××××
संपर्क सूत्र पंडित -परमेश्वर दयाल शास्त्री (मधुसुदनगड़) 09893397835 ============================= गुरुदेव-भुबनेश्वर दयाल शास्त्री
(पर्णकुटी गुना)
09893946810 ============================ पंडित -घनश्याम शास्त्री
(parnkuti guna )
09893983084 ============================= विशेष संपर्क कस्तूरवा नगर पर्णकुटी आश्रम गुना ऐ -बी रोड दा होटल सारा के सामने 09893946810
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