शुभ मुहूर्त आपके भविष्य को बदले या न बदले, परंतु जीवन के प्रमुख कार्य शुभ मुहूर्त में करते हैं तो आपका जीवन निश्चित ही आनंददायक बन जाएगा।
अत: हमें अवश्य ही शुभ समय का चयन करना चाहिए।
कैसे बनता है शुभ मुहूर्त
अनुसार शुभ मुहूर्त निकालने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखा जाता है-
तिथि,
वार,
नक्षत्र,
योग,
करण,
नवग्रहों की स्थिति,
मलमास,
अधिकमास,
शुक्र और गुरु अस्त,
अशुभ योग,
भद्रा,
शुभ लग्न,
शुभ योग
तथा राहूकाल आदि
इन्हीं के योग से शुभ मुहूर्त निकाला जाता है। यथा सर्वार्थसिद्धि योग।
यदि सोमवार के दिन रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा तथा श्रवण नक्षत्र हो तो सर्वार्थसिद्धि योग का निर्माण होता है।
शुभ मुहूर्तों में सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त इनको माना जाता है-
गुरु-पुष्य योग -- यदि गुरुवार को चन्द्रमा पुष्य नक्षत्र में हो तो इससे पूर्ण सिद्धिदायक योग बन जाता है।
जब चतुर्दशी सोमवार को और पूर्णिमा या अमावस्या मंगलवार को हो तो सिद्धिदायक मुहूर्त होता है।
इस योग में किया गया कार्य शीघ्र ही पूरा हो जाता है।
अर्थात शुभ योगों की गणना कर उनका उचित समय पर जीवन में इस्तेमाल करना ही शुभ मुहूर्त पर किया गया कार्य कहलाता है।
दिन के अनुसार शुभ मुहूर्त ये--(उज्जैन के अनुसार)..
02 नवंबर (शुक्रवार)- इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है।
सुबह 9 बजकर 23 मिनिट से 10.47 मिनट बजे तक अमृत बेला रहेगी।
दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से दोपहर 13.34 बजे तक शुभ बेला रहेगी।
इस दिन चंद्रमा, सिंह राशि में रहेगा।
दशमी तिथि रहेगी।
मघा नक्षत्र रहेगा।
विजय मुहूर्त 14 बजकर 02 मिनिट से 14 बजकर 46 मिनिट तक रहेगा।
इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 48 मिनिट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनिट तक रहेगा।
इस दिन दिशाशूल पश्चिम में रहेगा।
अग्निवास पृथ्वी पर होगा।
03 नवंबर (शनिवार)- रमा एकादशी का दिन है।
त्रिपुष्कर योग रहेगा।
इस दिन दोपहर 1.34 बजे 4.20 बजे तक का समय लाभ और अमृत का चौघड़िया है।
अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 48 मिनिट से 12 बजकर 33 मिनिट तक रहेगा।
विजय मुहूर्त 14 बजकर 01 मिनिट से 14 बजकर 46 मिनिट तक रहेगा।
चन्द्रमा सिंह राशि में ओर पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र रहेगा।
दिशाशूल पूर्व दिशा में ओर अग्निवास पाताल में होगा।
05 नवंबर (सोमवार)- इस दिन धनतेरस ओर स्वार्थ सिद्धि योग एवम अमृत सिद्धि योग रहेगा।
सुबह नौ बजकर 24 मिनिट से 10 बजकर 47 मिनिट तक शुभ का चौघड़िया रहेगा।
दोपहर 14 बजकर 57 मिनट से दोपहर 14 बजकर 20 मिनिट तक लाभ की बेला रहेगी।चन्द्रमा कन्या राशि में रहेगा
और इस दिन हस्त नक्षत्र प्रभावी होगा।
इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 48 मिनिट से दोपहर12 बजकर 32 मिनिट तक रहेगा।
इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 14 बजकर 1 मिनिट से 14 बजकर 45 मिनिट तक रहेगा।
अग्निवास पृथ्वी पर होगा।
दिशाशूल पूर्वदिशा मेंरहेगा।
भद्रा पाताल में होगी।
इस दिन नामांकन करना
कन्या,
धनु,
मकर,
वृश्चिक,
मीन,
मेष,
वृषभ,
कर्क
ओर सिंह राशि वालों के शुभ और लाभकारी होगा।
08 नवंबर (गुरुवार)- इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग है।
इस दिन अन्नकूट ओर गोवर्धन पूजन रहेगा।
इस दिन दोपहर 12 बजकर 10 मिनिट से 14 बजकर 56 मिनिट तक लाभ ओर अमृत बेला (चौघड़िया) है।
इस दिन चन्द्रमा 13 बजकर 43 मिनिट तक तुला राशि में रहेगा
उसके बाद वृश्चिक राशि में आ जायेगा।
नक्षत्र विशाखा रहेगा।
अभिजीत मुहूर्त 11 बजकर 48 मिनिट से 12 बजकर 33 मिनिट तक रहेगा।
विजय मुहूर्त 14 बजकर 01 मिनिट से 14 बजकर 45 मिनिट तक रहेगा।
अग्निवास पृथ्वी पर ओर दिशाशूल दक्षिण में रहेगा।
09 नवंबर (शुक्रवार)- इस दिन भाईदूज ओर सर्वार्थ सिद्धि योग है।
सुबह 9 बजकर 25 मिनिट से 10.48 मिनट तक अमृत बेला रहेगी। दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से दोपहर 13.33 बजे तक शुभ बेला रहेगी।
इस दिन चंद्रमा, वृश्चिक राशि में रहेगा।
द्वितीय तिथि रहेगी।
अनुराधा नक्षत्र रहेगा।
विजय मुहूर्त 14 बजकर 01 मिनिट से 14 बजकर 45 मिनिट तक रहेगा।
इस दिन अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 49 मिनिट से दोपहर 12 बजकर 33 मिनिट तक रहेगा।
इस दिन दिशाशूल पश्चिम में रहेगा।
अग्निवास आकाश में होगा।
इस दिन नामांकन करना
वृश्चिक,
मीन,
मिथुन,
कुम्भ,
मकर,
वृषभ,
कर्क
एवम तुला ओर सिंह राशि वालों के शुभ
और लाभकारी होगा।
नोट : कोई भी शुभ कार्य करने के लिए उस दिन आपका चन्द्रमा मजबूत होना चाहिए
एवं आपको अपने कार्य स्थिर लग्न में करने चाहिए।
चुनाव के समय अपनी जन्म कुण्डली के योग और बलाबल,
भलीभांति देखकर ही कोई कार्य (नामांकन आदि) करें।
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