लक्ष्मी पूजा को
प्रदोष काल के दौरान किया जाना चाहिये,
जो कि सूर्यास्त के बाद प्रारम्भ होता है
और लगभग 2 घण्टे 24 मिनट तक रहता है।
कुछ स्त्रोत लक्ष्मी पूजा के लिए महानिशिता काल का सुझाव भी देते हैं।
हमारे विचार में महानिशिता काल तांत्रिक समुदायों और पण्डितों, जो इस विशेष समय के दौरान लक्ष्मी पूजा के बारे में अधिक जानते हैं,
के लिए अधिक उपयुक्त होता है।
सामान्य लोगों के लिए प्रदोष काल मुहूर्त ही उपयुक्त है।
लक्ष्मी पूजा को करने के लिए हम चौघड़िया मुहूर्त को देखने की सलाह नहीं देते हैं,
क्यूँकि वे मुहूर्त यात्रा के लिए उपयुक्त होते हैं। लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रदोष काल के दौरान ही होता है,
जब स्थिर लग्न प्रचलित होती है।
ऐसा माना जाता है, कि अगर स्थिर लग्न के दौरान लक्ष्मी पूजा की जाये
तो लक्ष्मीजी घर में ठहर जाती है।
इसीलिए लक्ष्मी पूजा के लिए यह समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।
वृषभ लग्न को स्थिर माना जाता है
और दीवाली के त्यौहार के दौरान यह अधिकतर प्रदोष काल के साथ अधिव्याप्त होते है
कुछ स्त्रोत लक्ष्मी पूजा के लिए महानिशिता काल का सुझाव भी देते हैं।
हमारे विचार में महानिशिता काल तांत्रिक समुदायों और पण्डितों, जो इस विशेष समय के दौरान लक्ष्मी पूजा के बारे में अधिक जानते हैं,
के लिए अधिक उपयुक्त होता है।
सामान्य लोगों के लिए प्रदोष काल मुहूर्त ही उपयुक्त है।
लक्ष्मी पूजा को करने के लिए हम चौघड़िया मुहूर्त को देखने की सलाह नहीं देते हैं,
क्यूँकि वे मुहूर्त यात्रा के लिए उपयुक्त होते हैं। लक्ष्मी पूजा के लिए सबसे उपयुक्त समय प्रदोष काल के दौरान ही होता है,
जब स्थिर लग्न प्रचलित होती है।
ऐसा माना जाता है, कि अगर स्थिर लग्न के दौरान लक्ष्मी पूजा की जाये
तो लक्ष्मीजी घर में ठहर जाती है।
इसीलिए लक्ष्मी पूजा के लिए यह समय सबसे उपयुक्त माना जाता है।
वृषभ लग्न को स्थिर माना जाता है
और दीवाली के त्यौहार के दौरान यह अधिकतर प्रदोष काल के साथ अधिव्याप्त होते है
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लक्ष्मी पूजा के लिये स्थिर लग्न
प्रात:
वृश्चिक लग्न :07:29 से 09 :46 तक
मंदिर, हॉस्पिटल, होटल्स, स्कूल, कॉलेज में पूजा होती है. राजनैतिक, टीवी फ़िल्मी कलाकार वृश्चिक लग्न में ही लक्ष्मी पूजा करते है.
व्यापारियों के लिए शुभ मुहूर्त
व्यापारिक प्रतिष्ठानों में व्यापार में प्रयोग किए जाने वाले कल, पुर्जे, गद्दी, लक्ष्मी कुबेरादि सरस्वती पूजन हेतु शुभ मुहूर्त
प्रालेपन गादी स्थापना-स्याही भरना-कलम दवात सबारने के लिये ब्र्श्चीक लग्न मे कर सकते है
कुम्भ लग्न :दोपहार 01:36 से 3:07 तक
वृषभ लग्न :शाम:06:15 से रात्रि 08:13 तक
सिंह लग्न – मध्य रात्रि 12:44 से 2:44 तक
लक्ष्मी पूजा के लिए हम यथार्थ समय उपलब्ध कराते हैं।
04 नबम्बर 2021
व्यापारियों के चोघड़िया मूहूर्त
शुभ=प्रात: 06:14 - 08:53=शुभ
चर =दोपहर 10:59 से- 12:21 =शुभ
व्यापारिक प्रतिष्ठानों में व्यापार में प्रयोग किए जाने वाले कल, पुर्जे, गद्दी, लक्ष्मी कुबेरादि सरस्वती पूजन हेतु शुभ मुहूर्त
प्रालेपन गादी स्थापना-स्याही भरना-कलम दवात सबारने के लिये ब्र्श्चीक लग्न मे कर सकते है
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कुम्भ लग्न :दोपहार 01:36 से 3:07 तक
यह दिवाली के दिन दोपहर का समय होता है. जिन पर शनि की दशा ख़राब चल रही होती है, जिनको व्यापार में बड़ी हानि होती है. उनको इस लग्न मे पूजा करना चाहीए
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वृषभ लग्न :शाम:06:15 से रात्रि 08:13 तक
दीपावली के दिन शाम का समय होता है. यह लक्ष्मी पूजा का सबसे अच्छा समय होता है.
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सिंह लग्न – मध्य रात्रि 12:44 से 2:44 तक
दिवाली की मध्य रात्रि का समय होता है.
संत, तांत्रिक लोग इस दौरान लक्ष्मी पूजा करते है.
महानिशिता काल में तांत्रिक और पंडित लोग पूजा करते है,
महानिशिता काल में तांत्रिक और पंडित लोग पूजा करते है,
ये वे लोग होते है, जिन्हें लक्ष्मी पूजा के बारे में अच्छे से जानकारी होती है.
लक्ष्मी पूजा के लिए हम यथार्थ समय उपलब्ध कराते हैं।
हमारे दर्शाये गए मुहूर्त के समय में
अमावस्या, प्रदोष काल और स्थिर लग्न सम्मिलित होते हैं।
हम स्थान के अनुसार मुहूर्त उपलब्ध कराते हैं, इसीलिए आपको लक्ष्मी पूजा का शुभ समय देखने से पहले अपने शहर का चयन कर लेना चाहिये।
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04 नबम्बर 2021
व्यापारियों के चोघड़िया मूहूर्त
दिन का चोघड़िया मुहूर्त
चर =दोपहर 10:59 से- 12:21 =शुभ
अभिजित =दोपहर 11:59 से 12:43
लाभ=दोपहार 12:21=से - 01:30 =शुभ
लाभ=दोपहार 12:21=से - 01:30 =शुभ
शुभ=शाम =4:28 से 05:50 =शुभ
गौ धूली बेला ऐबं प्रदोष बेला =05:50 से 08:27 तक
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अमावस्या तिथि प्रारम्भ -
04 नवम्बर 2021 को
प्रात: 06:03 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त -
05 नवम्बर 2021 को
रात्रि02:44 बजे
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04 नवम्बर 2021 को
प्रात: 06:03 बजे
अमावस्या तिथि समाप्त -
05 नवम्बर 2021 को
रात्रि02:44 बजे
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यह मुहूर्त निर्णय सागर पंचांग द्वारा तैयार किया गया है
हमारे यहा दीपावली पूजन ऐबं लक्ष्मी जी के अर्चन के लिये सम्पर्क करे
सम्पर्क सूत्र
Gurudev
bhubneshwar
Parnkuti guna
9893946810/ 9893983084
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