ज्योतिष समाधान

Friday, 16 June 2017

आप जानना चाह रहे होंगे कि आखिर विज्ञान का वह कौन सा तरीका है जिससे तांत्रिक यह चमत्कार दिखाते हैं। तो चलिए अब देखते हैं वह तरीका जिससे तांत्रिक कुछ बुदबुदाते हुए पानी के छींटे मारकर खोपड़ी में आग पैदा कर देता है।

आप जानना चाह रहे होंगे कि आखिर विज्ञान का वह कौन सा तरीका है जिससे तांत्रिक यह चमत्कार दिखाते हैं।

तो चलिए अब देखते हैं वह तरीका जिससे तांत्रिक कुछ बुदबुदाते हुए पानी के छींटे मारकर खोपड़ी में आग पैदा कर देता है।

स्प्रिट,
फास्फोरेट
और पोटास का घोल बनाकर खोपड़ी और दूसरी हड्डियों पर इसकी तीन चार परत चढा दी जाती है।

इसके बाद जब भी जरुरत होती है तांत्रिक कुछ भी बुदबुदाते हुए पानी का छींटा मारते हैं। असल में यह पानी नहीं सल्फयूरिक एसिड होता है जो खोपड़ी पर चढ़े स्प्रिट, फास्फोरेट और पोटास के परत का स्पर्श करते ही अंगारों को पैदा कर देता है।
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प्रशिक्षण कार्यशाला में विज्ञान शिक्षकों को बताया कि कंडे या अगरबत्ती की राख को चावल के मांड में मिलाकर गोलियां बना ली जाती है ।

फिर हाथों की अंगुली में छिपाकर हवा में लहरा कर गोली पीस कर भभूत निकाली जाती है।

एल्युमिनियम के फ्रेम वाली फोटो की फ्रेम पर पानी मिलाकर मरक्यूरिक क्लोराइड लगाने के कुछ देर बाद रासायनिक क्रिया होने से फोटो में से राख जैसी भभूत गिरने लगती है।

हवन वेदी में कागज के टुकड़ों के बीच पोटेशियम परमैगनेट गिरा दें।

घी के नाम पर ग्लिसरीन डालकर मंत्र पढ़ने का ढोंग करें। ग्लिसरीन पोटेशियम परमैगनेट के संपर्क आते ही भड़क उठेगी और हवन वेदी जल उठेगी।

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सफेद कागज पर अक्षर के उभरने का  नमूना 

फिनापथलीन
और सोडियम हाईड्राक्साइड के द्वारा हुआ है।

फिनापथलीन द्वारा सफेद कागज पर ब्रस से अक्षर लिख दिए जो नजर नहीं आते हैं।

इसके बाद सोडियम हाईड्राक्साइड का पानी जैसा दिखाई देने वाला विलयन इस पर डालने पर गुलाबी रंग से अक्षर उभरने लगे।

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नारियल के ऊपर पानी डालने से आग लगने का वैज्ञानिक कारण बताया।
नारियल की जटा में पहले से सोडियम धातु को छुपा देते हैं।

सोडियम एक अत्यंत क्रियाशील धातु है। जब इस पर पानी डालते हैं तो नारियल की जटा में आग लग जाती है।


फोटो से भभूत गिरना,

नींबू काटने पर खून निकलना,

फूल का रंग गायब होना।

हथेली पर कपूर जलाना आदि के वैज्ञानिक कारण बताए। मुलताई।

नारियल की जटा पर पानी डाला तो लग गई आग।
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सोडियम धातु से बहुत से चमत्कार कर कई दशकों से मदारी, जादूगर और तथाकथित साधू आम जनता को बेवकूफ बनाते आये हैं।

सोडियम धातू पानी के संपर्क में आते ही आग पकड़ लेती है,

जिसे सामान्यतः चमत्कार के रूप में पेश किया जाता है। सोडियम अत्यंत सक्रिय यानि कि क्रियाशील धातु है,

जिसे खुले में नहीं रखा जाता। सोडियम को केरोसिन में रखा जाता है।

पानी के संपर्क में आते ही इससे सोडियम हाइड्रोक्साइड और हाइड्रोजन गैसों का उत्सर्जन होता है

और हाइड्रोजन अपने आप में एक्स्प्लोसिव का काम करता है, जो आसानी से आग पकड़ लेता है।

आग ज्वलनशील पदार्थों तथा गैसों के ऑक्सीकरण का परिणाम है।

जब बायु में पर्याप्त ऑक्सीजन हो और ऊष्मा का घनत्व अधिक हो, ऐसे में किसी भी ज्वलनशील पदार्थ (द्रव्य या ठोस) में स्वत: प्रकाश या तपन या ज्वाला(फ्लेम) प्रकट हो जाता है।

सरल शब्दों में कहें तो आग उन दहनशील पदार्थों का तीव्र ऑक्सीकरण है, जिससे ऊष्मा, प्रकाश और अन्य अनेक रासायनिक प्रतिकारक उत्पाद उत्पन्न होते हैं।

आग ऑक्सीजन, ज्वलनशील पदार्थ और ऑक्सीजन की मौजूदगी एक रासायनिक चेन रिएक्शन के कारण उत्पन्न होती है, जिसे कार्बन डाइ ऑक्साइड से आसानी से बुझाया जा सकता है।

किसी ज्वलनशील ईंधन पर जब हम पानी डालते हैं तो उस ईंधन को ऑक्सीजन मिलना बंद हो जाती है, इसलिए आग बुझ जाती है।
॥ – वैदिक धर्मी अब जरा अज्ञानी-अंधविश्वासी-नास्तिक मूर्खों के मानने वाले चमत्कारों का सच जानें – इन चमत्कारों के पीछे कुछ रसायनों का कमाल होता है।

आईये इनके बारे में जानते हैं।

1. पानी से दीये या लैंप जलाने के लिए नीचे कैल्शियम कार्बाइड के कुछ टुकड़े डाले जाते हैं । पानी डालते ही रसायनिक क्रिया होगी और एसिटिलीन गैस पैदा होगी । एसिटिलीन गैस तेज चमक से जलती हैं ।

2. हड्डी पर फ़ास्फ़ोरस या गन्धक लगाकर सुखा दें ।
बाद में पानी के छींटे मारने पर धुंआ निकलता है ।

3. अकरकरा और नौसादर को घीक्वार के रस में पीसकर पैरों के तलवों पर अच्छी तरह मल लिया जाता हैं , फिर पैर गर्म आग या अंगारों पर रखने से नहीं जलते हैं ।

4. अलमुनियम के सिक्के पर मरक्यूरिक क्लोराइड का घोल चडा दें । पानी से गीली हथेली में पकडने से सिक्का राख में बदल जाता है ।

5. आक के दूध से हाथ पर ” राम ” लिखें ।इसके बाद सुखा लें ।

बाद में राख मलने पर अदृश्य लिखा हुआ ” राम ” चमकने लगेगा ।

6. कागज की कढ़ाई बनाकर उसकी तली में फिटकरी , सुहागा , और नमक का लेप कर देने से उसमें सरसों का तेल रखकर पकौड़ी बनाई जा सकती है , कागज नहीं जलेगा ।

7. चमकीली पन्नी में सोडियम का चूर्ण लगायें । मिट्टी के तेल से भिगोये हुये रूमाल के बीच में रखें । मिट्टी के तेल के सम्पर्क में नहीं जलेगा । लेकिन गीले हाथ में आते ही जल उठेगा ।

8. फ़ास्फ़ोरस मुंह में रखकर बाहर थूक देने पर जल उठता है ।

9. साँप की केंचुली की बत्ती बनाकर तेल भरे दीपक में जला देने पर सर्वत्र साँप ही साँप रेंगते दिखाई पड़ते है।
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यदि सोचा जाए तो तीक्ष्ण बुद्धि और उससे किए गए कार्य ही जादू कहलाते हैं। जो रहस्य हमारी समझ में नहीं आता, प्राय: उसे ही हम जादू मान लेते हैं। इसी प्रकार का यह भी जादू है और यह प्राय: शादी के अवसर पर मित्र-मंडली में दिल बहलाने और मनोरंजन के लिए किया जाता है। इसकी सहायता से निम्रलिखित गुप्त प्रश्रों के उत्तर दिए जा सकते हैं।

आपकी जेब में कितने रुपए हैं?
आपके कितने भाई हैं?
आपकी कितनी बहनें हैं?
आपने कितने प्रेम किए हैं?
आपकी आयु इस समय कितनी है?

इसी प्रकार से अपनी बुद्धि से और भी कितने प्रश्रों के उत्तर दे सकते हैं और मजे की बात यह है कि इन सबकी विधि एक ही है। वास्तव में यह सब अंक विज्ञान का चमत्कार है।

इन सब प्रश्नों के उत्तरों के लिए जिन-जिन अंकों की जिस-जिस रूप में सहायता लेनी पड़ेगी, वह निम्रलिखित हैं-

अंक नं. 2, 4, 5,12,10, और 320 अब आप प्रश्रों के जादुई उत्तर सुनिए।

सर्वप्रथम मान लीजिए दोस्तों की महफिल लगी हुई है और एक मित्र आपसे कहता है कि बताओ मेरी जेब में कितने पैसे हैं?

आप उसे कहें देखिए जितने भी पैसे आपकी जेब में हैं, उन्हें मुझे बताए बिना अपने मन में ही दोगुना कर लें,

अब इस संख्या में अंक 4 जोड़ दें,

अब इस संख्या को अंक 5 से गुणा करें,

जो उत्तर आया उसमें मेरी ओर से 12 जोड़ लें

अब इस सारी धनराशि को एक बार फिर अंक 10 से गुणा कर लें

और इस संख्या में से 320 दान करके शेष संख्या जो बची है, कृपया वह मुझे बता दें।

मान लीजिए उसने शेष बची हुई संख्या 20,000 बताई तो इसमें आरंभ के (सीधी ओर के) दो शून्य काटकर शेष बता दें कि आपकी जेब में रु. 200/- हैं

और यह बिल्कुल ठीक होगा।

उदाहरण के लिए मान लीजिए मित्र की जेब में रु. 200/- हैं।

जेब में धनराशि है-रु. 200/-
इसको दोगुना किया-200 और 2=400 इसमें
4 अंक जोड़ा -400+4=404
इसे अंक 5 से गुणा किया 404 और 5=2020
इसमें 12 जोड़ें-2020+12=2032
इसे फिर 10 से गुणा किया-2032 और 10=20320 इसमें 320 घटाया-20320-320=20000
अब इस संख्या के सीधे हाथ के दो शून्य हटाएं = 200,00 तो शेष रहे 200/- जोकि सही है।

अब एक और प्रश्र लें। आप मित्र-मंडली में कहें, मैं यह भी बता सकता हूं कि आपने अभी तक के जीवन में कितने प्रेम किए हैं। आपकी इस चुनौती को स्वीकार करते हुए एक मित्र कहता है कि मुझे बताओ मैंने अभी तक कितने प्रेम किए हैं?

आप उसे कहें देखिए श्रीमान जी आपने अभी तक जितने प्रेम किए हैं उनकी संख्या को मुझे बताए बिना अपने मन में ही दोगुनी कर लें और फिर इसमें 4 जोड़ें।

अब इस संख्या को अंक 5 से गुणा कर लें,
इसमें अंक 12 जोड़ दें।
अब जो भी संख्या है इसको दस से गुणा करके इसमें से 320 घटाकर शेष संख्या मुझे बताएं।

आपका मित्र यह संख्या 400 बताता है।

अब इसमें से सीधे हाथ के दोनों शून्य हटा दें तो शेष अंक 4 रह जाएगा।

आप बड़े गर्व से बता दें कि मित्र तुमने अभी तक चार बार प्रेम किया है जिसमें अधिकतर असफल रहे हैं।

यह असफलता की भविष्यवाणी भी आपकी बुद्धि का चमत्कार है।

जरा सोचिए यदि उसका प्रथम प्रेम ही सफल होता तो दूसरा प्रेम कैसे होता और यदि दूसरा सफल होता तो फिर तीसरा कैसे होता और यदि तीसरा प्रेम सफल होता तो चौथा कैसे होता?

क्योंकि चौथा प्रेम अभी चल रहा है या चलकर शादी के रूप में सफल हो चुका है,
किंतु तीन तो असफल हो चुके हैं इसलिए आप कह दें कि इन चारों प्रेम संबंधों में अधिकतर तीन बार आप असफल हो चुके हैं।

इसी प्रकार एक मित्र आपसे पूछता है कि हम कितने भाई हैं।

तो पहले बताई विधि से आप कहें कि आप जितने भी भाई हैं उनकी संख्या को दोगुना करके उसमें 4 जोड़े।

फिर इस संख्या को 5 से गुणा करके उसमें 12 जोड़े फिर इस संख्या को 10 से गुणा करके इसमें से 320 घटाएं और जो संख्या आएं उसे बताएं। आपका मित्र यह संख्या 300 बताता है। इस बताई हुई संख्या के सीधी ओर से दोनों शून्य हटाकर आप बता दें कि वह तीन भाई हैं।

इस तरह आप सभी पर अपना प्रभाव जमा सकते हैं।

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