ज्योतिष समाधान

Sunday, 9 July 2017

पंचांग के अनुसार, श्रावण का पहला सोमवार 10 जुलाई को, दूसरा 17 जुलाई को, तीसरा 24 जुलाई को, चौथा 31 जुलाई को और पांचवा 7 अगस्त को है। इस प्रकार 2017 में श्रावण में कुल 5 सोमवार आएंगे, जिसका मतलब है भोलेनाथ के भक्तों को पूजा-उपासना के लिए अधिक अवसर प्राप्त होंगे। यह भी उल्लेखनीय है कि श्रावण का समापन भी सोमवार से ही हो रहा है। 7 अगस्त को सोमवार है। उसी दिन रक्षाबंधन है। ये समस्त योग विद्या, लक्ष्मी, कृषि और रोजगार के लिए शुभ साबित होंगे। वहीं इस साल श्रावण 29 दिनों का होगा परंतु पांच सोमवारों के कारण यह अद्भुत होगा।

पावन श्रावण मास में इस साल कई दुर्लभ योगों का निर्माण हो रहा है जो आम जनता के लिए अतिशुभ हैं।

श्रावण 10 जुलाई 2017 को शुरू हो रहा है। जो विशेष योग इस दौरान बन रहे हैं, उनमें भगवान शिव का विधिवत पूजन करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी। यह श्रावण मास आयु, विद्या, स्वास्थ्य एवं शांति के लिए श्रेष्ठ होगा क्योंकि ग्रहों की चाल स्पष्ट संकेत दे रही है कि इस साल श्रावण मास अनूठा होगा और भगवान शिव भक्तों की झोली भर देंगे।

ज्योतिषियों के अनुसार, यह श्रावण मास प्रतिवर्ष आने वाले श्रावण से अलग है।

वर्ष 2017 में श्रावण में कुछ दुर्लभ योग बन रहे हैं। इनमें सबसे पहला है -

सोमवार से ही श्रावण मास का शुभारंभ। ऐसे मौके बहुत कम आते हैं जब पवित्र श्रावण मास का शुभारंभ सोमवार से हो। श्रद्धालु श्रावण मास लगने के बाद सोमवार की प्रतीक्षा करते हैं और भगवान शिव का पूजन करते हैं,

परंतु इस बार उन्हें अधिक प्रतीक्षा नहीं करनी होगी, क्योंकि श्रावण का पहला दिन ही सोमवार है। श्रावण का अंतिम सोमवार भी एक रोचक योग बना रहा है।

पंचांग के अनुसार, श्रावण का पहला सोमवार 10 जुलाई को, दूसरा 17 जुलाई को, तीसरा 24 जुलाई को, चौथा 31 जुलाई को और पांचवा 7 अगस्त को है। इस प्रकार 2017 में श्रावण में कुल 5 सोमवार आएंगे, जिसका मतलब है भोलेनाथ के भक्तों को पूजा-उपासना के लिए अधिक अवसर प्राप्त होंगे। यह भी उल्लेखनीय है कि श्रावण का समापन भी सोमवार से ही हो रहा है। 7 अगस्त को सोमवार है। उसी दिन रक्षाबंधन है। ये समस्त योग विद्या, लक्ष्मी, कृषि और रोजगार के लिए शुभ साबित होंगे। वहीं इस साल श्रावण 29 दिनों का होगा परंतु पांच सोमवारों के कारण यह अद्भुत होगा।

श्रावण का शुभारंभ वैधृति योग के साथ हो रहा है। इससे शिव की पूजा का शीघ्र फल मिलेगा। साथ ही तीन सोमवार सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ आएंगे जो शिवभक्तों को श्रेष्ठ फल देंगे।

इस श्रावण में परम पावन एकादशी भी गुरुवार को आएंगी जो विद्या एवं मोक्ष का वरदान देंगी। इसके अलावा 7 अगस्त को चंद्रग्रहण है, परंतु शिवभक्तों को इससे भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि शिव ही चंद्र के स्वामी हैं। जो इस मास में उनका विधिपूर्वक पूजन करेगा, शिव उसके समस्त दोष एवं दुख दूर कर देंगे।

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