ज्योतिष समाधान

Monday, 29 May 2017

तेल चढाने का गीत

चढ़ गयौ तेल फुलेल छुटक रई पाँखुरियाँ।
काये कौ तेल फुलेल काये कीं पाँखुरियाँ।

चम्पे कौ तेल फुलेल रूपे की पाखुरियाँ।
को ल्याऔ तेल फुलेल को ल्याऔ पाखुरियाँ।

तेलन ल्याई तेल फुलेल मालिन ल्याई पाखुरियाँ।
भौजी ने चढ़ाऔ तेल वीरन राय बैंहदुलियाँ।

चढ़ गयौ तेल फुलेल छुटक रईं पाखुरियाँ।

सो आज मेरे रामजू कौ तेलो चढ़त है।

तेलो चढ़त है फुलेल चढ़त है

सो आज मेरे रामजू कौ तेलो चढ़त है।

सोने कटोरा में तेलो भरायौ

सो हरदी मिला कै कैसो झलकत है।

सो आज मेरे रामजू को...

भाभी ने मिल तेल चढ़ायो,

सो नारिन मंगल गीत मढ़त है।

सो आज मेरे रामजू को...

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