भद्रा रहेगी----- आखिर भद्रा में क्यों नहीं बांधी जाती राखी? ऐसा कहा जाता है कि सूपनखा मे अपने भाई रावण को भद्रा में राखी बांधी थी, जिसके कारण रावण का विनाश हो गया, यानी कि रावण का अहित हुआ। इस कारण लोग मना करते हैं भद्रा में राखी बांधने को।
भद्रायां द्वे न कर्त्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी……।
अतः हिन्दू शास्त्र के अनुसार यह त्यौहार 7 अगस्त को भद्रा रहित काल में मनाया जाएगा।
किन्तु किसी कारणवश भद्रा काल में यह कार्य करना हो तो भद्रा मुख को छोड़कर भद्रा पुच्छ काल में रक्षा बंधन का त्यौहार मानना श्रेष्ठ है
भद्रा पूँछ – 06:40 से 07:55
भद्रा मुख – 07:55 से 10:01
भद्रा अन्त समय – 11:04
श्रावणी उपाकर्म
राखी बंधन
श्रवण पूजन का मुहूर्त
दिन के 11•05 से दोपहर के 1•28 मिनट के बीच में करना है ।
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