Friday, 28 July 2023

शिव पूजन सामग्री 9893946810

सामग्री कम और ज्यादा कर सकते है )

============================
1】हल्दीः--------------------------50 ग्राम
२】कलावा(आंटी)-------3 गोले
३】अगरबत्ती------------------- 1पैकिट
४】कपूर------------------------- 50 ग्राम
५】केसर------------------------- 1ग्राम
६】चंदन पेस्ट ------------------ 50 ग्राम
७】यज्ञोपवीत ----------------- 11नग्
८】चावल-------------------- 03 किलो
९】अबीर-------------------------20 ग्राम
१०】गुलाल, -----------------100 ग्राम
११】अभ्रक-------------------20 ग्राम
१२】सिंदूर --------------------20 ग्राम
१३】रोली, -------------------50 ग्राम
१४】सुपारी, ( बड़ी)-------- 200 ग्राम
१५】नारियल ----------------- 05 नग्
१६】सरसो----------------------50 ग्राम
१७】पंच मेवा------------------100 ग्राम
१८】शहद (मधु)--------------- 50 ग्राम
१९】शकर--------------------0 1 किलो
२०】घृत (शुद्ध घी)------------ 200 ग्राम
२१】इलायची (छोटी)-----------10ग्राम
२२】लौंग मौली-------------------10ग्राम
२३】इत्र की शीशी    1 नग 

24】रूई  मेडिकल 200 ग्राम

गुलाबजल 50 ग्राम
लाल रंग  
पीला रंग 
लाल रंग 
कला रंग 
भस्म 50 ग्राम

गाय दूध----------------------------50ग्राम
गाय का दही ---------------------50ग्राम =========================३३】कुशा
26】दूर्वा
27】पुष्प कई प्रकार के
28】गंगाजल
29】ऋतुफल पांच प्रकार के -----1 किलो 

पंच पल्लव
१】बड़ 
२】 गूलर,
३】पीपल,
४】आम
५】पाकर के पत्ते) =============================

 बिल्वपत्र
शमीपत्र

धतूरा के फूल 

धतूरे के फल 

आक के फूल 

आक के फल 


अर्पित करने हेतु शिवजी को बस्त्र

मता जी को अर्पित करने हेतु

 सौ भाग्यवस्त्र

ब्राह्मण बस्त्र
जल कलश तांबे का मिट्टी का)


१】सफेद कपड़ा दो मीटर)
२】लाल कपड़ा (2मीटर)

3 पीला कपड़ा 2 मीटर
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
दीपक
तुलसी दल
केले के पत्ते (यदि उपलब्ध हो तो
बन्दनवार
पान के पत्ते ---------11 नग
रुई 200     ग्राम

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
              स्नान सामग्री
1)गाय का दूध से स्नान  1 किलो
2)गाय का दही स्नान 500 ग्राम
3)गाय का घी स्नान 100 ग्राम
4)शहद स्नान 50 ग्राम
5)शकर स्नान 200 ग्राम 
6)पंचामृत स्नान 200 ग्राम
7) पांच प्रकार के फलो का रस  100 ग्राम
8)फूलो का रस (इत्र) स्नान  10 ग्राम
9)विजया (भांग) स्नान 10 ग्राम
10अष्टगंध या चन्दन घिसा हुआ  स्नान 10 ग्राम
11)यज्ञ भस्म  स्नान एबम त्रिपुण्ड के लिए 50 ग्राम
12)गंगा जल् स्नान 100 ग्राम

अभिषेक के लिए 

 दूध ,गन्ने का रस ,या  जिस कामना के लिए करना है 

उसकी व्यबस्था करे--------------

8 चीजों से बनी भस्म शिवजी को लगानी चाहिए। 

शास्त्रों के अनुसार  8 चीज़ों को शुद्ध व पावन माना जाता है। 

1- गाय के गोबर कंडे 

2- बिल्व वृक्ष की लड़की 

3- शमी की लड़की 

4- पीपल की लड़की 

5- पलाश की लकड़ी 

6- बड़ (बरगद) की लकड़ी 

7- अमलता की लकड़ी

 8- बेर वृक्ष की लकड़ी।

ऐसे तैयार करें भस्म-
ऊपर बताई गई सभी वृक्षों की सुखी लकड़ियां एकत्रित करके उन्हें जलाकर उनकी भस्म बना लें। ध्यान रखें जब जब भस्म तैयार करें तो तो नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण तब तक करते रहें जब तक भस्म बनकर तैयार न हो जाए। 

बता दें ज्योतिष के अनुसार तैयार भस्म को शिवाग्नि कहा जाता है।

मंत्र-
।। ॐ अघोरेभ्यो अथ घोरेभ्यो घोर घोरतरेभ्यः
सर्वतः सर्व सर्वेभ्यो नमस्ते अस्तु रुद्ररूपेभ्यः ।।

Gurudev

Bhubneshwar

Parnkuti

Guna

9893946810

Thursday, 13 July 2023

भूमि पूजन सामग्री

1】हल्दीः--------------------------50 ग्राम
२】कलावा(आंटी)-------------2 गोले
३】अगरबत्ती--------------     1पैकिट
४】कपूर---------------------   50 ग्राम
5)
6)
७】यज्ञोपवीत -----------------   05नग्
८】चावल------------------------ 01किलो
९】अबीर-------------------------10ग्राम
१०】गुलाल, -----------------50ग्राम
11)
१२】सिंदूर --------------------50 ग्राम
१३】रोली, --------------------20 ग्राम
१४】गोल सुपारी, ( बड़ी)---  50 ग्राम
१५】नारियल -----------------  3 नग्
१६】
१७】पंच मेवा------------------100 ग्राम
१८】शहद (मधु)--------------- 50 ग्राम
१९】शकर-----------------------100ग्रांम
२०】घृत (शुद्ध घी)---------  100 ग्राम
२१】इलायची (छोटी)--------05ग्राम
२२】लौंग -----------------05ग्राम
२३】इत्र की शीशी---------------1 नग्
२4】धुप बत्ती -------------------1पैकिट
=============
25】दूर्वा
26】पुष्प 
27】हार मोगरा के फूल के  5
28】ऋतुफल पांच प्रकार के -----1 किलो
29)पान के पत्ते ,10
29) नाग नागिन जोड़ा 1
30) कछुआ 1
31) 200 ग्राम
32)तगाड़ी ....2
33)फडुआ ....2
34) गेंती........1
35) 

1)सफेद कपड़ा (आधा मीटर)
२】लाल कपड़ा (आधा मीटर)

घर से उप्लब्ध करने का सामान
1)आसन बैठने के लिये
2)चौकी2×2
3)थाली 2 पूजा के लिये 
4)कटोरी 5
5)हाथ पोछ्ने के लिये टाविल 
6)दूध
7)दही
8)माचिस
10)रुई
11)आटा  चोक पूरने  के लिये 100 ग्राम
12)प्रशाद  अनुमानित
13)  ईंट------ 9
14)नागफणी कील ,-----5
15)पूजा के लिये फुटकर पैसे
16) गाय का गोबर
17)आम के गुच्छे- 5 
18)गाय का मूत्र
19)गंगा जल
20)तुलसी दल 

सत्यनारायण पूजा सामग्री पर्णकुटी गुना 9893946810

1】हल्दीः--------------------------50 ग्राम
२】कलावा(आंटी)-------------2 गोले
३】अगरबत्ती-------------------     1पैकिट
४】कपूर-------------------------   50 ग्राम
5)
6)
७】यज्ञोपवीत -----------------   05नग्
८】चावल------------------------ 01किलो
९】अबीर-------------------------10ग्राम
१०】गुलाल, -----------------50ग्राम
11)
१२】सिंदूर --------------------50 ग्राम
१३】रोली, --------------------20 ग्राम
१४】गोल सुपारी, ( बड़ी)--------  50 ग्राम
१५】नारियल -----------------  3 नग्
१६】
१७】पंच मेवा------------------200 ग्राम
१८】शहद (मधु)--------------- 50 ग्राम
१९】शकर-----------------------100ग्रांम
२०】घृत (शुद्ध घी)------------  100 ग्रराम
२१】इलायची (छोटी)-----------05ग्राम
२२】लौंग -----------------05ग्राम
२३】इत्र की शीशी----------------1 नग्
२4】धुप बत्ती ---------------------1पैकिट
=============
25】दूर्वा
26】पुष्प 
27】हार मोगरा के फूल के  5
28】ऋतुफल पांच प्रकार के -----1 किलो
29)पान के पत्ते ,10
29)तिली 100 ग्राम
30) जौ 20 ग्राम
31)हवन सामग्री पेकिट (सुर्जन) का 200 ग्राम
32)
33)
34)हवन के लिये समिधा 01किलो
35) 

1)सफेद कपड़ा (1मीटर)
२】लाल कपड़ा (1मीटर)

घर से उप्लब्ध करने का सामान
1)आसन बैठने के लिये
2)चौकी2×2
3)थाली 2 पूजा के लिये 
4)कटोरी 11 
5)हाथ पोछ्ने के लिये टाविल 
6)दूध
7)दही
8)माचिस
10)रुई
11)आटा  चोक पूरने  के लिये 100 ग्राम
12)प्रशाद पंजीरी   (कसार आटे)
13)हलुआ 
14)पूडी
15)पूजा के लिये फुटकर पैसे
16) केले के पत्ते
17)आम के गुच्छे- 5 
18)
19)गंगा जल
20)तुलसी दल 

Saturday, 8 July 2023

अखंड रामायण पूजन सामग्री

1)। हल्दीः----50 ग्रा
२】(आंटी)--2 गोले 
३)चंदन       1 पैकिट

४】कपूर---   100ग्राम
5】यज्ञोपवीत - 5 नग
6】चावल      o5किलो
7】अबीर----50 ग्राम
8】गुलाल- 50 ग्राम,
9】अभ्रक-----50 ग्राम
१0】सिंदूर ----20 ग्राम
११】रोली, ----20ग्राम
१२】सुपारी, ( बड़ी)- 200ग्राम
१३】नारियल ---5 नग्
१४】पंच मेवा---,100 ग्राम 
१५】शहद  50ग्राम
१६】शकर----1 किलो
17】 (शुद्ध घी) 1 किलो
18】इलायची 10ग्राम
19】लौंग मौल 10ग्राम
२0】इत्र शीशी -1 नग्
२1】धुप बत्ती 1 पैकिट 
(22)नवग्रह समिधा -1पेकिट

(२3) तिली ------1 किलो
(24)चावल_200 ग्राम साबुत वाले 
(25) जो ---200 ग्राम
(26)हवन सामग्री पेकिट 1 किलो
(27) समिधा हवन के लिए  10 किलो
(28)कपड़ा लाल  -------1 मीटर
(29)कपड़ा सफेद ----- 1 मीटर
30)
31)

तत्काल लेने वाले रामायण पूजा सामग्री लिस्ट

  • मिष्ठान 500 ग्राम
  • गुलाब/गेंदा का खुला हुआ फूल 500 ग्राम 
  • तुलसी की पत्ती 5 पीस
  • दूध 200 ग्राम
  • दही 100 ग्राम
  • पान के पत्ते (समूचे)5 पीस
  • फूल, हार (गुलाब) की 2 माला
  • फूल, हार (गेंदे) की 2 माला
  • केले के पत्ते 5 पीस
  • आम के पत्ते  
  • ऋतु फल 5 प्रकार के 1 किलो 
  • दूब घास 50 ग्राम

घर से लेने वाले रामायण पूजन सामग्री लिस्ट

  • आटा 100 ग्राम
  • थाली 2 पीस
  • लोटे 2 पीस
  • कटोरी 4 पीस
  • चम्मच 2 पीस
  • परात 2 पीस
  • कैंची /चाकू 1 पीस 
  • अखंड दीपक (ढक्कन समेत) 1 पीस
  • जल (पूजन हेतु), गाय का गोबर, 
  • रूई
  • माचिस 
  • Gurudev bhubneshwar
  • Parnkuti 
  • Guna 

Thursday, 6 July 2023

सत्यनारायण व्रत कथा पूजन सामग्री

हल्दीः-------------------------50 ग्रा
२】कलावा(आंटी)-------------2 गोले 

३】अगरबत्ती---------------     1 पैकिट
४】कपूर---------------------   20ग्राम
5】यज्ञोपवीत -----------------   5 नग
6】चावल------------------- 1 किलो
7】अबीर----------------------50 ग्राम
8】गुलाल- 50 ग्राम,{पांच प्रकार की 
9】अभ्रक--------------50 ग्राम
१0】सिंदूर --------------------20 ग्राम
११】रोली, --------------------20ग्राम
१२】सुपारी, ( बड़ी)--------  50ग्राम
१३】नारियल ----------------- 3 नग्
१४】पंच मेवा---,100 ग्राम 
१५】शहद (मधु)--------------- 50ग्राम
१६】शकर-----------------------100 ग्राम
17】घृत (शुद्ध घी)------------  100ग्राम
18】इलायची (छोटी)-----------10ग्राम
19】लौंग मौली-------------------10ग्राम
२0】इत्र की शीशी----------------1 नग्
२1】धुप बत्ती ------------------1 पैकिट 
(22)नवग्रह समिधा -----1पेकिट

(२3) तिली ------100 ग्राम
(24)चावल_-----500साबुत वाले 
(25) जो -------20 ग्राम
(26)हवन सामग्री पेकिट ------1 00ग्राम
(27) समिधा हवन के लिए  01 किलो
(28)कपड़ा लाल  -------1 मीटर
(29)कपड़ा सफेद ----- 1 मीटर

तत्काल लेने वाले रामायण पूजा सामग्री लिस्ट

  • मिष्ठान 500 ग्राम
  • गुलाब/गेंदा का खुला हुआ फूल 500 ग्राम 
  • तुलसी की पत्ती 5 पीस
  • दूध 1 लीटर
  • दही 100 ग्राम
  • पान के पत्ते (समूचे)5 पीस
  • फूल, हार (गुलाब) की 2 माला
  • फूल, हार (गेंदे) की 2 माला
  • केले के पत्ते 5 पीस
  • आम के पत्ते  
  • ऋतु फल 5 प्रकार के 1 किलो 
  • दूब घास 50 ग्राम

घर से लेने वाले रामायण पूजन सामग्री लिस्ट

  • आटा 100 ग्राम
  • चीनी 500 ग्राम
  • थाली 2 पीस
  • लोटे 2 पीस
  • कटोरी 4 पीस
  • चम्मच 2 पीस
  • परात 2 पीस
  • कैंची /चाकू (लड़ी काटने हेतु ) 1 पीस 
  • अखंड दीपक (ढक्कन समेत) 1 पीस
  • जल (पूजन हेतु), गाय का गोबर, मिट्टी बिछाने का आसन

मकर सक्रांति कब है 14 या 15 जनवरी को

मकर संक्रांति की तारीख को लेकर लोग बहुत कन्फ्यूज है. कोई 14 जनवरी की मकर संक्रांति बता रहा है तो कोई 15 जनवरी को. इस बारे में ज्योतिषाचार्य गुरुदेव श्रीभुवनेश्वरजी पर्णकुटी आश्रम गुना वालो ने जानकारी दी है कि मकर संक्रांति का पर्व किस दिन मनाया जाएगा.
इस साल मकर संक्रांति की तारीख को लेकर लोग बहुत कन्फ्यूज हैं.
कोई 14 जनवरी की मकर संक्रांति बता रहा है तो कोई 15 जनवरी को

ज्योतिषविद गुरुदेव श्री भुवनेश्वर जी पर्णकुटी वालो के मुताबिक,
 इस साल मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी 2023 को मनाया जाएगा. पंचांग के अनुसार ग्रहों के राजा सूर्य ग्रह 14 जनवरी दिन शनिवार को धनु राशि से निकलकर मकर राशि मे  सायंकाल  - 08:57 पर प्रवेश करेंगे.

इसलिए रविवार, 15 जनवरी को सुबह उदिया तिथि में मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा.
मकर संक्रांति पर पुण्यकाल  15 जनवरी को
प्रातः 5 बजकर 43 मिनट से शाम 6 बजकर 56 मिनट तक रहेगा।
वहीं महा पुण्यकाल सुबह 5 बजकर 43 मिनट से 7 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
यह पर्व 15 जनवरी को पूरे दिन मान्य होगा.


दोपहर तक का समय स्नान, दान के लिए विशेष पुण्य फलदायक रहेगा
इस दिन नदी के तट पर स्नान के बाद सूर्य देव की पूजा करने का विधान है.
ऐसा करने से इंसान की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है.
साथ ही मकर संक्रांति के दिन सूर्य देवता दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं और इसी से देवताओं के दिन शुरू हो जाते हैं.
मकर संक्रांति के साथ ही खरमास समाप्त हो जाता है और शादी-विवाह जैसे शुभ व मांगलिक कार्यों पर लगी रोक भी हट जाती है.

मकर संक्रांति पर राहु-शनि दोष एवं साढ़ेसाती के लिए
ज्योतिष शास्त्र में उड़द की दाल का संबंध शनि देव से माना जाता है.
शनि दोष से निवृत्ति के लिए मकर संक्रांति के दिन उड़द दाल की खिचड़ी अवश्य दान करें.
ऐसा करने से निश्चित ही शनि दोष दूर होता है.
इसके अलावा, मकर संक्रांति के दिन तिल का भी दान कर सकते हैं‌.
ऐसी मान्यता है कि तिल के दान से भी शनि दोष दूर होता है.
मकर संक्रांति के दिन कंबल का दान भी बहुत फलदायी माना गया है.
इससे राहु दोष से मुक्ति मिलती है.

सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग व राजपद योग का अत्यंत शुभ संयोग बन रहा है। चित्रा नक्षत्र, शश योग सुकर्मा योग, वाशी योग, सुनफा योग और बालव करण योग बनेगा. यह योग कई लोगों की किस्मत चमका देगा. इन योगों में शुभ कार्य, दान, पुण्य, तीर्थ यात्रा,
भागवत महापुराण करना किस्मत के बंद दरवाजे खोल देता है

मकर संक्रांति में तिल के प्रयोग का विशेष महत्व है। इस दिन तिल से उबटन, जल में तिल डालकर स्नान आदि अवश्य करना चाहिए।

इस दिन तिल - स्नान करने वाला मनुष्य सात जन्म तक रोगी नहीं होता है। इसी लिए निरोगी शरीर की कामना करने वालें मनुष्य को तिल के उबटन से सुबह अवश्य ही स्नान करना चाहिए। देवी पुराण में लिखा है कि जो व्यक्ति मकर संक्रांति के दिन स्नान नहीं करता है। वह रोगी और निर्धन बना रहता है। तिल युक्त जल पितरों को देना,अग्नि में तिल से हवन करना, तिल खाना खिलाना एवं दान करने से अनन्त पुण्य की प्राप्ति होती है। तिल के दान से आपकी कुंडली के कई दोष दूर होते है , विशेष रूप से कालसर्प योग, शनि की साढ़ेसाती और ढय्या, राहु-केतु के दोष दूर हो जाते हैं। इस दिन तिल के लड्डुओं के साथ हरे मूंग और चावल की खिचड़ी का दान करना सर्वश्रेष्ठ माना गया है। मकर संक्रांति के दिन पितरों के लिए तर्पण करने का विधान है। इस दिन भगवान सूर्य को जल देने के पश्चात अपने पितरों को भी उनका स्मरण करते हुए तिलयुक्त जल देने से पितर प्रसन्न होते है एवं जातक पर उसके पितरों का सदैव शुभाशीष बना रहता है। इसी दिन राजा भागीरथी ने अपने पूर्वजों का तर्पण कर उनकी आत्माओं को तृप्त किया था । इस दिन पितरों के निमित किये गए तर्पण से पितर बहुत प्रसन्न होते है। उनके आशीर्वाद से जीवन में कोई भी संकट नहीं रहता है, हर तरह के सुखों की प्राप्ति होती है । मकर संक्रांति के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद पूर्व दिशा में मुख करके कुश के आसन पर बैठें। फिर अपने सामने चौकी पर सफेद वस्त्र बिछाएं और उसके ऊपर सूर्यदेव का चित्र, प्रतिमा या सूर्य यंत्र स्थापित करें। इसके बाद सूर्यदेव का पंचोपचार पूजन करें और भगवान सूर्य देव को गुड़ का भोग लगाएँ। पूजन में लाल फूल का उपयोग अवश्य करें। इसके बाद लाल चंदन की माला से नीचे लिखे किसी भी मंत्र का कम से कम 5 माला जप अवश्य करें। मंत्र - ऊँ भास्कराय नम: ।। ऊँ घृणि सूर्याय नम: ।। भगवान सूर्य कि सदैव कृपा प्राप्त करने के लिए इस मंत्र का जप प्रत्येक रविवार को अवश्य ही किया जाना चाहिए। ऐसा करने से यदि किसी जातक की कुंडली में सूर्य दोष है तो उसका प्रभाव भी कम होता है और शुभ फलों कि अवश्य ही प्राप्ति होती है।

विश्वनाथ अष्टक

गङ्गाधरं  शशिकिशोरधरं   त्रिलोकी -
         रक्षाधरं    निटिलचन्द्रधरं     त्रिधारम्।
भस्मावधूलनधरं       गिरिराजकन्या -
        दिव्यावलोकनधरं       वरदं     प्रपद्ये।।
काशीश्वरं       सकलभक्तजनार्तिहारं
        विश्वेश्वरं           प्रतिपालनभव्यभारम्।
रामेश्वरं       विजयदानविधानधीरं
         गौरीश्वरं      वरदहस्तधरं        नमाम:।।
( श्रीकाशीविश्वनाथमङ्गलस्तोत्रम्,१-२)
अर्थ:-
       गंगा एवं बालचन्द्र को धारण करने वाले, त्रिलोकी की रक्षा करने वाले, मस्तक पर चन्द्रमा एवं त्रिधार ( गंगा)- को धारण करने वाले, भस्भ का उद्धूलन धारण करने वाले तथा पार्वती को दिव्य दृष्टि से देखने वाले, वरदाता भगवान् शंकर की मैं शरण में हूं।
       काशी के ईश्वर, सम्पूर्ण भक्तजन की पीड़ा को दूर करने वाले, प्रणतजनों की रक्षा का भव्य भार धारण करने वाले, भगवान् राम के ईश्वर, विजय प्रदान के विधान में धीर एवं वरद मुद्रा धारण करने वाले, भगवान् गौरीश्वर को हम प्रणाम करते हैं।'