Thursday, 15 June 2017

सूर्य से आगे मंगल है जो वर्षा में रुकावट का योग बना रहा है। आषाढ़ और श्रावण मास के कृष्ण पक्ष तक वर्षा बिलकुल न होने या कम वर्षा के संकेत हैं।


सूर्य से आगे मंगल है जो वर्षा में रुकावट का योग बना रहा है। आषाढ़ और श्रावण मास के कृष्ण पक्ष तक वर्षा बिलकुल न होने या कम वर्षा के संकेत हैं।

सूर्य के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश के समय बनने वाली कुंडली भी इस बार मानसून में देरी और वर्षा में कमी का योग बता रही है। सूर्य इस वर्ष 22 जून 2017 को सुबह 5 बज कर 14 मिनट पर वर्षाकारक नक्षत्र आर्द्रा में प्रवेश करने जा रहा है। आर्द्रा प्रवेश की कुंडली में लग्न में शुष्क ग्रह मंगल और सूर्य लग्नेश बुध को पीड़ित कर वर्षा में कमी का योग बना रहे हैं। आषाढ़ के महीने में शनि का वक्री होना तथा मंगल का सूर्य से आगे गोचर करना मेदिनी ज्योतिष के ग्रंथों के अनुसार कम वर्षा का योग होता है। इस वर्ष ऐसे ग्रह योग निर्मित होने के कारण जून और जुलाई में कम वर्षा होगी। केवल 16 जुलाई से 16 अगस्त तक मंगल और सूर्य के जलीय राशि कर्क में गोचर के समय अच्छी वर्षा होगी जिससे किसानों को कुछ राहत मिलेगी। आर्द्रा प्रवेश और वृषभ संक्रांति की कुंडलियों का सम्मलित अध्ययन इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून में केवल 90% के आसपास वर्षा होने के योग बता रहे हैं।

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