किसी बुधवार के दिन, हो सके तो कृष्ण पक्ष के किसी बुधवार या बुधवार को पड़ने वाली अमावस्या पर शाम के समय मीठे तेल की पाँच पूड़ियाँ बना लें। सबसे ऊपर की पूड़ी पर रोली से एक स्वास्तिक का चिन्ह बनायें और उसपर गेहूं के आटे का एक दिया सरसों का तेल डाल कर रख लें। दिया जलाएं और फिर उसपर भी रोली से तिलक करें। पीले या लाल रंग का एक पुष्प अर्पित करें। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान भगवान श्री गणेश से उस व्यक्ति से अपना धन वापस दिलाने की प्रार्थना करते रहें। फिर बाएं हाथ में सरसों और उड़द के कुछ दाने लेकर निम्न मंत्र का जप करते जाएँ और पूड़ी तथा दिए पर छोड़ते जाएँ । ये मन्त्र 21 बार जपना है
ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं ह्रैं ह्रूं ह्रः हेराम्बाय नमो नमः। मम धनं प्रतिगृहं कुरु कुरु स्वाहा।
तत्पश्चात इस सामग्री को लेजाकर उस व्यक्ति के घर के पास यानि मुख्य द्वार के सामने या ऐसे स्थान पर रख दें जहाँ से उसका मुख्यद्वार या घर नज़र आता हो। मुख्यद्वार के सामने रखने का अर्थ ये है के सड़क के दूसरी ओर यदि वहां भी कोई घर हो और रखने का मौका न मिले तो एक निश्चित दुरी पर रख दें जहाँ से कम से कम उसका घर नज़र आता हो।
2. किसी भी शनिवार के दिन दक्षिण दिशा की ओर मुख कर हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं , उसमें सरसों के कुछ दाने, 2 लौंग और एक कपूर का टुकड़ा डाल कर 3 बार बजरंग बाण का पाठ करें और हनुमान जी से प्रार्थना करें की अमुक व्यक्ति आपका सारा धन जल्दी से जल्दी वापस कर दे। अब इसी जलते हुए दीपक से एक चम्मच पर एक दो बूँद तेल चुपड़ कर काजल बना लें।
अब एक नए पतले और मुलायम कपड़े पर शमी वृक्ष की लकड़ी की कलम या जंगली/ नीले कबूतर के पंख से उसी काजल से उस व्यक्ति/ व्यक्तियों का नाम लिखें जिसने आपके पैसे वापस देने हैं। अब इस कपडे की बत्ती बना लें और आटे का एक दिया बनाकर उसमे तिल का तेल डाल कर पुनः हनु
bhubnesh.sharma अपना डूबा हुआ धन पाने लिए आप शुक्रवार को कपूर को जला कर उसका काजल बना ले। फिर एक भोजपत्र पर उस व्यक्ति का नाम लिखे जिसके पास आपका धन है। इसके बाद आप उस कागज़ पर 7 बार थपकी देते हुए उस व्यक्ति से अपने धन की वापसी के लिए कहें फिर उस भोजपत्र को अपनी तिजोरी / अलमारी / बक्सा जहाँ पर आप धन रखते है उसके नीचे दबा दें।
अगर आप उसको जानते है तो काजल से भोजपत्र पर उसका नाम लिखकर वह कागज अपने पास रखकर उसके पास जाएँ और बिलकुल शान्त होकर उसको किसी भी तरीके से 7 बार थपकी देकर अपना धन वापस करने के लिए कहे और घर आकर उस भोजपत्र को उपरोक्त विधि से दबा दें । धीरे धीरे आपके धन की वापसी होने लागगी। यह समस्त उपाय बहुत ही कारगर है इन्हे बिलकुल चुपचाप पूर्ण श्रद्धा और विश्वास से करना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि धैर्य बनाये रखना चाहिए ।
सम्पर्क
आचार्य
भुबनेश्वर शास्त्री
कस्तूरवानगर पर्णकुटी आश्रम
गुना (म.प्र)
M.o.09893946810
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